Neeraj Kumar has been publishing blog on various topics for a long time. It started with publishing his Short Hindi Poems.
Now it is time to write on wide range of subjects which affects people in a big way. Hope he can showcase real person who is emotional to the world and the humanity.
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28 सित॰ 2013
चाँद छुपा है
आसमान की बंद/ पलकों के भीतर/ छुपा है कहीं/ चाँद मेरा, अश्क आँखों के/ बरस रहे हैं/ कंपकंपाती ठंडी/ बारिश की बूंदों-से।
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एक अदना सा आदमी हूँ और शौकिया लिखने की जुर्रत करता हूँ... कृपया मार्गदर्शन करें...
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