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23 फ़र॰ 2014

मैं हूँ, तो है...

मैं हूँ
खुशियाँ हैं
खट्टा-मीठा संसार है।

मैं हूँ
जीवन है
जीवन के आदर्श हैं।

मैं हूँ
जिंदगी है
जीने की चाह है।

मैं हूँ
सफलता है
सफल होने की योग्यता है।

मैं न रहूँ
संसार नहीं
जीवन नहीं
आदर्श नहीं
योग्यता नहीं...