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29 नव॰ 2013

जीवन से बिछुड़ा श्याम

यादों के कुछ टुकड़े
खूंटी से लटके कपड़े
कोने में रखे मटके
और भाग्य के झटके...

बीता अभी बचपन
उम्र लगे पचपन
टूटा हुआ तन-मन
और बर्तन करें ठनठन...

ज्ञान की बड़ी-बड़ी बातें
भूख से सिकुड़ती आंते
साहेब की बेरहम लातें
और कम्मो से मुलाकातें...

प्यारा सा नाम
दिन रात करे काम
थोड़ा मिले दाम
जीवन से बिछुड़ा श्याम...

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